Indian Currency History In Hindi – 5 Fact रोचक तथ्य

Indian Currency History In Hindi : आज का हमारा पोस्ट है indian currency (coins) के इतिहास से लेकर अब तक के रुपये में परिवर्तन पर, इसमें हम जानेगे भारतीय मुद्रा के कुछ facts और उसकी value में हुये परिवर्तन के साथ notes बनाने में होने बाले खर्चे पर बात करेंगे.

इन सभी जानकारी के लिए इस पोस्ट को पूरी अंत तक जरुर पढ़े जिससे भारतीय करेंसी से जुड़े सभी सवालों के जवाव आपको यही मील जाये.
दोस्तों, पैसा हर किसी की जरुरत है. हम सभी सुबह से लेकर शाम तक काम भी इसी के लिए करते है. बिना रुपये जीया नही जा सकता है और आज के समय में इंसान की value को भी काफी हद तक पैसे से तुलना की जाती है.
खैर ये अलग टॉपिक है हम समय ना गवाकर आगे बड़ते है और indian currency history को जानते है –
यहाँ हम इन पॉइंट पर बात करने बाले है –
1. Indian Currency History से जुड़े कुछ Facts.
2. RBI कितनी कीमत के कितने नोट छाप सकती है.
3. सिक्को पर खास बने निशान से जगह का पता लगना.
4. Notes को छापने का खर्च कितना होता है.
5. रुपये की value कुछ countries की currency के मुकावले कीमत.
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Indian Currency (Coins) History In Hindi – भारतीय करेंसी के कुछ रोचक Facts :

#1. Indian Currency History से जुड़े कुछ Facts :

भारत की करेंसी में आजादी के पहले से अब तक बहुत से बदलाव हुये, हम यहाँ सभी फैक्ट्स को share कर रहे है. 


– India में currency को लाने बाले कोई राजा थे. इन्होने अब से करीब 2500 साल पहले इस करेंसी की शुरुआत की थी. जिसमे अभी तक परिवर्तन हो रहे रहे है.
– आज रुपये के मुकाबले डॉलर की कीमत देखकर शायद आपको इस बात पर भरोशा ना हो कि सन 1917 में 1 रूपया $13 डॉलर के बराबर होता था. 
भारत की आजादी के बाद सन 1947 में 1 रूपया = 1 डॉलर के बराबर किया गया. यही से भारत पर कर्ज बड़ने स्टार्ट होने लगा जिससे इंदिरा गाँधी ने कर्ज को चुकाने के लिए रुपये की कीमत को कम करने का एक फैसला लिया तब से आज तक हमारे रुपये की प्राइस कम होती ही जा रही है.
– रुपया फिर भी अपनी मजबूती को काफी हद तक बनाये रखा नही तो यदि अंग्रेजो के कारण आज भारत की करेंसी को हम पाउंड में देख रहे होते.
– यदि आपसे कोई नोट गलती से फट जाये या पहले से फटा कोई नोट है तो आपको चिंता करने की जरुरत नही है. आप अपने बैंक जाकर इसे बदलबा सकते है.
– Duplicate नोटों की संख्या भारत में लगभग 450 करोड़ रुपये की है. शायद ये जल्द ही मार्केट से बाहर हो जायेंगे क्योकि सरकार के साथ बहुत से अभियान इसके खिलाफ मैदान में उतर चूके है.
– क्या आप जानते है इंडियन नोट के ऊपर कीमत 15 प्रकार की अलग – अलग भाषाओ में लिखी होती है.
– पहले 1 रुपये को 16 आने में बांटा जाता था लेकिन सन 1957 में ये बात लागू की गयी कि 1 रुपये में 100 पैसे होंगे और ये सभी को स्वीकार करना पड़ा.
– आपको कुछ alphabet जैसे I, J, O, X, Y, Z नोट के सीरियल नंबर में नही देखने को मिलेंगे. ऐसा security के कुछ कारणों से किया जाता है.
– सभी नोटों पर अलग – अलग फोटो देखने को मिलती है यदि बात करे, 10 रुपये के नोट पर हाथी, 20 के नोट पर अंडमान आइलैंड बही 100 के नोट पर बादल और पहाड़ की तस्बीर छपी होती है. साथ ही 500 रुपये के नोट पर स्वतंत्रता के आन्दोलन से संबंधित 11 मूर्ति की तस्वीर बनी होती है.
– क्या आप जानते है जनवरी 1938 में पहली पेपर करेंसी 5 रुपये की RBI ने छापी थी. इस पर किंग जार्ज – 6 का फोटो हुआ करता था. इसी सन में 10,000 का नोट भी छापा गया लेकिन कुछ सालो के बाद कारण बस से 1978 में बंद कर दिया गया था.
– बहुत पूरानी बात है जब ब्लेड बनाने के लिए बांग्लादेश 5 रुपये के सिक्के भारत से बुलबाया करता था. ये 5 रुपये के एक सिक्के को 6 ब्लेड में बदल लेते थे क्योकि सिक्के की धातु ब्लेड में मजबूती प्रदान करती थी. ये 1 ब्लेड की प्राइस 2 रुपये रखते थे. जिससे इन्हें अधिक फायदा होता था. लेकिन बाद में इसे देखकर भारत सरकार ने सिक्का बनाने के धातु हो ही बदल दिया.
– आजादी के बाद सिक्को में बहुत से परिवर्तन हुये. आजादी के बाद तांबे के सिक्के बने फिर 1964 में एल्युमीनियम के और इसके बाद 1988 में स्टेनलेंस स्टील के बनाये जाने लगे.   
– पाकिस्तान ने आजादी के बाद कुछ सालो तक भारतीय मुद्रा का उपयोग किया जब तक की उन्होंने अपने पर्याप्त नोट ना छाप लिये.
– क्या आपको पता है कि भारतीय नोट किसी साधे कागज के नही होते, बल्कि ये कॉटन से बनाये जाते है. ये काफी मजबूत भी होते है. यदि आप नोट के दोनों सिरों को पकड़कर खीचे तो बह नही फटेगा.
– भारतीय नोटों पर महात्मा गाँधी की फोटो 1996 से छपना स्टार्ट हुयी थी. यह फोटो तब की है जब गांधीजी, वर्मा और भारत में ब्रिटिश सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत फेडरिक पेथिक लारेंस से मुलाकात करने कोलकाता में स्थित वायसराय हाउस गये थे. पहले गांधीजी के स्थान पर अशोक स्तंभ छापा जाता था.
– नेपाल में भारत के 500 और 1000 रुपये के नोट चलना बंद हो गए है. अब भारत में भी इन नोटों में परिवर्तन हो चूके है.
– अभी 1000 का नोट बंद हो चूका है और 500 रुपये का नया नोट सामने आया है. हम आपको बता दे 500 रुपये का सबसे पहला नोट सन 1987 में आया और 1000 रुपये का पहला नोट सन 2000 में निकाला गया था.
– आपको जानकर हैरानी होगी कि इंडिया में 75 रुपये, 100 रुपये और 1000 के सिक्के भी बन चूके है.
– 10 रुपये का एक सिक्का बनाने में 6.10 रुपये का खर्चा आता है.
– नोटों पर सीरियल नंबर डालने का कारण ये है कि RBI को समझने में आसानी होती है की मार्केट में कितनी करेंसी काम कर रही है.
– 2 से 1000 रुपये तक के सभी नोट RBI के जरिये और 1 रुपये का नोट भारत सरकार द्वारा जारी किये जाते थे.
– 0 रुपये के नोट भ्रष्टाचार से मुक्त होने के लिए इसे 5thpillar  नाम की एक नॉन गवर्नमेंट संस्था द्वारा जारी हुये थे.
– हम आपको बता दे कि रूपया भारत के साथ मारिसम, इंडोनेशिया, नेपाल, श्रीलंका और पाकिस्तान की भी करेंसी है.
– RBI के अनुसार, भारत में हर साल 2000 करोड़ करेंसी नोट छापे जाते है.
– Computer पर ctrl + sshift + $ को एक साथ दवाकर रु का चिन्ह ला सकते है. यह चिन्ह 2010 में उदय कुमार ने खोजा था. जिससे इन्हें 2.5 लाख का प्राइज भी दिया गया. 

#2. RBI कितनी कीमत के कितने नोट छाप सकती है ?

यदि बात करे कि RBI के पास कितनी कीमत के नोट छाप सकने की पॉवर है तो इसका जवाव है जितनी चाहे उतनी कीमत के नोट बना सकती है. RBI 10,000 या इससे अधिक कीमत के नोट भी छाप सकती है लेकिन इससे पहले RBI को रिजर्व बैंक ऑफ़ इंडिया के एक्ट 1934 में कुछ बदलाव करना होगा.
अब बात आती है कि नोट भारत में ही छपते है और इतनी अधिक मशीन भी है तो हम ज्यादा नोट छाप सकते है ? नोट छापना किसी एक चीज को देखकर नही किया जाता बल्कि इसमें मुद्रा स्फीति, जीडीपी ग्रोथ, रिज़र्व बैंक के स्टॉक और बैंक में नोटों के रिप्लेसमेंट आदि को समझकर ही नोट छापे जाते है.
सभी चीजो का बैलेंस और तुलना करके इसका निर्धारण किया जाता है.

#3. सिक्को पर बने खास निशान से जगह का पता लगना :

दोस्तों, सभी सिक्को में एक प्रकार का खास निशान बना होता है ये निशान उस जगह को प्रदर्शित करते है जहा ये सिक्के बनाये गए. 
हैदराबाद – सितारा [★]
कोलकाता – कोई निशान नहीं.
नोएडा – डाट [.]
मुंबई – हीरा [◆]

#4. Notes को छापने का खर्च कितना होता है :

दोस्तों, आपके मन में ये सवाल जरुर आता होगा कि जो नोट हमारे लिए इतने महत्वपूर्ण है आखिर इनको छापने में RBI को कितना खर्च आता होगा. ये आपके लिए जानना जरुरी होगा.  
1rs. = 1.14rs.
10 rs. = 0.66rs.
20rs. = 0.94rs.
50rs. = 1.63rs.
100rs. = 1.20rs.
500rs. = 2.45rs.
2,000rs. = कुछ पता नही.

#5. रुपये की value कुछ countries की currency के मुकावले :

1 डॉलर के मुकावले रूपया 65 गुना के करिब कमजोर होता है. क्या आपको पता है कि ऐसी कुछ countries भी है जिनकी currency की कीमत भारतीय रुपये से भी कमजोर है. हम नीचे कुछ देश की करेंसी को रुपये के मुकाबले जानते है –
नेपाल (1rs. = 1.60 नेपाली रुपया)
आइसलैंड (1rs. = 1.94 क्रोन)
पराग्‍वे (1rs. = 84.73 गुआरनी)
वियतनाम (1rs. = 340.39 वियतनामी डॉन्‍ग).
श्रीलंका (1rs.= 2.10 श्रीलंकाई रुपया)
इंडोनेशिया (1rs. = 222.58 इंडोनेशियन रूपैया)
बेलारूस (1rs. = 267.97 बेलारूसी रुबल)
हंगरी (1rs. = 4.27 फोरिंट)
कंबोडिया (1rs. = 62.34 रियाल)

दोस्तों, आपको ये जानकरी Indian Currency History In Hindi – 5 Fact कैसी लगी ? आपको कुछ जानने को मिला या कोई सूझाव हो तो हमे कमेंट में जरुर बताये. इसी तरह information के लिए free email subscription ले सकते है या हमे सोशल मीडिया पर भी फॉलो कर सकते है. 

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