दोस्तों आज हम बात करेंगे ICO क्या है ? What is full form of ICO ( Initial Coin Offering in Hindi ) और यह Crypto Currency Coins के लिए कैसे काम करता है ? ICO का हिंदी meaning – ‘प्रारंभिक सिक्का ऑफर’ है.
मतलब कंपनी के जरिये पहली step में लोगो को token के रूप में coin offer करना और पैसे जुटाना ताकि कंपनी आगे growth कर सके और आप ICO से पैसे कमा पाये.
आज इसका चलन india में भी बहुत जोरो पर है. ICO से संबंधित आपके बहुत से सवाल जैसे ICO क्या है. ICO काम कैसे करता है. इससे पैसे कैसे कमाये. यह कैसे चलन में आया आदि जानकारी के लिए इस पोस्ट को पूरा जरुर पढ़े. इसका कारण bitcoin का market में बहुत फेमस होना भी है.
ICO Kya Hai. Kaise Work Karta Hai ? 2018 Hindi
#1. ICO Kya Hai ? ( Full form of ICO )
ICO का full form “Initial Coin Offering” है. और इसका हिंदी definition ‘प्रारंभिक सिक्का ऑफर’ है जैसे कि इसके नाम से ही पता चलता है launching से पहले ही coin offer करना.
Crypto currency launch करने बाले startup, company या firm ICO के जरिये fund जुटाते है यह पैसा आम लोगो के द्वारा invest किया जाता है.
कंपनिया crypto coin launch करने से पहले कुछ token market में निकालती है ये token coin ही होते है. इनका price कंपनी अपने whitepaper में plan के मुताविक रखती है.
लोग इन coin को ICO के समय खरीद लेते है जिससे कंपनी के पास growth के लिए fund आ जाता है. यहाँ लोग अपने coin को कभी भी sell करने के लिए स्वतंत्र होते है या इन्हें hold रखकर अच्छी कीमत पर बेच भी सकते है. साथ ही इन्हें Bitcoin, Ethereum आदि cryptocurrency में exchange भी कर सकते है.
इन token को किसी भी तरह use के लिए स्वतंत्र होते है.
#2. ICO का Trend कैसे चला ( History ) :
आखिर ICO का trend कैसे चला यह सवाल आपके मन में जरुर आता होगा. इसकी history की बात करे तो july 2013 में Master coin ने पहले token को बेचा.
उसके बाद 2014 में Ethereum token बेचकर 12 hour में 3,700 BTC के लगभग एकत्रित कर लिए जिनकी कीमत 2.3 million dollar के बराबर थी. यहाँ से ICO का trend शुरू हुआ.
जब bitcoin में लोगो ने interest लेना start किया तब से इसके price बड़ने लगे. जहा इसके rate 2011 में $1 था बही 2017 के लास्ट तक $13,000 पहुच गया.
लोगो में bitcoin के प्रति उत्साह को देखकर बहुत सी कंपनिया crypto coin को ICO के जरिये market में launch कर रही है. बस यही से ICO का प्रचलन स्टार्ट हुआ.
#3. ICO काम कैसे करता है ?
जब कोई company, startup या कोई firm अपनी crypto currency coin market में लाती है तब इन्हें initial fund की जरुरत होती है. कंपनिया इस fund को public से ICO के जरिये एकत्रित करती है. यहाँ लोग tokens buy करके firm को पैसे देते है जिससे firm आगे काम करते है.
इस फण्ड को जुटाने (raise) करने से पहले कंपनिया एक whitepaper पर अपना पूरा plan लिखती है इसमें लिखा जाता है कि कंपनी को कितने फण्ड की जरुरत है. कितने tokens initial बेचना होने. कितने समय तक ICO offer चलाना है. और यदि एक निश्चित समय में fund raise नही हुआ तब क्या करना होगा आदि.
इन सबके पीछे उनका क्या उद्देश्य है ये सब कुछ लिखा जाता है. यह whitepaper company का एक बहुत important part होता है. इसमें पूरे plan के साथ सभी legal document भी होते है.
किसी भी crypto coin ICO में पैसे लगाने से पहले कंपनी के whitepaper को अच्छे से पढ़ लेना जरुरी है. ICO में जब coin लांच किया जाता है तब इनका प्राइस बहुत कम ऑफर किया जाता है. मतलब आप इन्हें बहुत कम पैसे में खरीद पाते है.
ICO के ज्यादातर मामलो में इक्विटी नही होती है जिससे लोगो में इसके प्रति काफी ज्यादा रूचि होती है क्योकि ये बहुत ही कम पैसे में मिल जाती है. लेकिन जब कंपनी धीरे – धीरे grow करती है तब इन coin की price और market में demand बड़ने लगती है और ये exchange पर आ जाती है.
इस तरह investors को अधिक मुनाफा होता है इसलिए लोग ICO में इतना interest लेते है.
#4. ICO का Use क्यों किया जाता है ?
ICO एक प्रकार से crowdfunding ही है चूकी आज online market तेजी से बदल रहा है. अब सभी business online internet platform पर बड़ रहे. इसके साथ ही online innovation भी आये दिन देखने को मिल रहे है.
आज blockchain technology पर based crypto coin को ही देख लो. इसने online world को बदलकर रख दिया है.
ICO का use इसलिए किया जाता है क्योकि यह crypto coin के लांच के समय लगने बाले फण्ड को एकत्रित करने का सबसे बेहतरीन option है. यह प्रारंभिक step में आगे बड़ने में बहुत हेल्पफुल शावित हुये है.
ICO को use करने के कुछ कारण –
1. इसका चलन online बहुत speed से बड़ रहा है खासकर coin market में. इसमें मिलने बाले अधिक profit को देखकर आज हर व्यक्ति crypto coin से जुड़कर इनमे invest करना चाहता है. जिससे इन coin कंपनियों को आसानी से फण्ड मिल जाता है.
2. Share market की बात करे तो यहाँ पर पहले कंपनी को listed कराना होता है. लेकिन इसके लिए firm की legal value market में अधिक होनी चाहिए और यह अभी crypto market में possible नही है.
3. Loan लेकर इन कंपनियों का बहुत बड़ा loss हो सकता है. पहला तो इनको bank का interest देना होगा और दूसरा coin लांच के बाद कंपनी ने grow नही किया या लोगो ने इसमें interest नही दिखाया तब कंपनी पूरी तरह नुकसान में जा सकती है.
4. ICO use करने का एक सबसे बड़ा कारण ये भी है कि कंपनी ICO के समय अपने whitepaper में clear कर देती है यदि आप coin खरीदते है तब कंपनी के coin के price बड़ने या घटने से होने बाले फायदे या नुकसान की जिम्मेदारी आपकी ही होगी.
यह नियम देकर ये कंपनी नुकसान से बच जाती है. अभी coin का trend तेजी से बड़ने के कारण ये कंपनी ICO के जरिये अच्छा पैसा जुटा लेती है.
#5. ICO के प्रकार ( Types )
Types of ICO विभिन्न प्रकार के होते है –
1. Time : इस ICO में समय की निश्चित अवधि होती है मतलब यह एक नियत time तक चलाया जाता है. इस अवधि को बदला नही जाता है. इस समय के अंदर कितने भी coin market में आ सकते है और कितना भी fund एकत्रित हो जाए. ये बस अपनी समय सीमा में काम करते है.
2. Coin ( Token ) : इस प्रकार के ICO का मुख्य उद्देश्य coins ( token ) को market में एक निश्चित संख्या तक sell करना होता है. इनका मुख्य फोकस coin को अधिक से अधिक बेचना है. ये समय सीमा और फण्ड पर ज्यादा फोकस ना करके अधिक लोगो तक पहुचना चाहते है.
3. Fund : इन ICO का फोकस फण्ड जुटाना होता है. ये starting में token का फिक्स प्राइस करके मार्केट में उतारते है. जब यह tokens अधिक मात्रा में sell हो जाते है तब इनका प्राइस बड़ा दिया जाता है जिससे ज्यादा फण्ड जुटाने में मदद मिलती है.
#6. Profit And Loss :
दोस्तों, देखा जाए तो हर चीज के साथ कुछ अच्छायी और बुरायी जुडी होती है. इसमें भी यही बात लागू होती है तो चलिए देखते है –
Profit :
Crypto currency coin market में ICO का चलन अभी बहुत तेजी से चल रहा है इस समय बहुत सी कंपनिया अपना coin लांच करने के लिए निवेशक ना मिलने के कारण ICO के जरिये लोगो से crowdfunding कर रही है.
इस तरह जब coin value के साथ coin की price बड़ने पर लोगो को फायदा होता है. इसलिए ICO के द्वारा इन कंपनीयो को आसानी से पैसे मिल जाते है. ICO token में लिक्विडिटी ना होने से भी लोगो के बीच यह इतने लोकप्रिय हो रहे है.
Loss :
ICO के कुछ नुकसान भी है जब कोई token लांच किया जाता है और आप इसे खरीद लेते है लेकिन यदि यह लोकप्रिय नही हो पाता है तब इस स्थिति में ज्यादा लोगो तक नही पहुच पाता और ना ही इसका rate बड़ता है. इस समय आपका नुकसान भी हो सकता है. नुकसान के कुछ कारण ये भी हो सकते है –
– 90% ICO ज्यादा success नही हो पाते है.
– ICO के चलन के कारण यहाँ fraud भी काफी हो रहा है जो आपके पैसे लेकर भाग जाते है.
#7. ICO में Invest करे या नही ?
ICO में invest करना आपको profit और loss दोनों दे सकता है. Invest करने से पहले उस ICO के बारे में जानकारी और उनके whitepaper साथ ही legal document को भी अच्छे से पढ़ ले ताकि आपको उनका coin लांच करने के पीछे का उद्देश्य समझ आ जाए.
इनमे invest करने से पहले इन बातो का ध्यान जरुर रखे –
– सबसे पहले आपको उस ICO से related कंपनी के whitepaper और legal document को जरुर चेक करे. जिससे उनका उद्देश्य आपको पता चलेगा.
– आप google पर कुछ इस तरह search कर पढ़े ‘ICO कंपनी का नाम लिखे – scam or legit or fraud or legal’ type करे जिससे आपको सारी जानकारी मिल जायेगी.
– कभी भी एक ही कंपनी के ICO token में बहुत पैसा ना लगाये. चाहे वह कितना ही trusted हो और उसकी market में positive news सुनने को मिल रही हो क्योकि price आज ज्यादा है तो कल कम भी हो सकता है.
– यदि token लेना ही है तो market research करके अलग – अलग ICO के token ख़रीदे ताकि इनमे से कुछ coin अच्छे result ना भी दे तो बाकि के बचे coin आपको फायदा दे सकते है.
– इनमे उतना ही पैसा लगाये जितना आप afford कर सके क्योकि यहाँ market daily ‘up and down’ होता रहता है.
– आप online कुछ websites की help से इनके बारे में जान सकते है –
1. Icoalert.com
2. Coinmarketcap.com
3. Coinschedule.com
4. Cointelegraph.com
#8. ICO और IPO में अंतर ?
अगर देखा जाए तो ICO और IPO दोंनो में crowdfunding के जरिये business को आगे बड़ाया जाता है. लेकिन इनमे समानता के साथ कुछ अंतर भी है तो चलिए एक – एक करके उन्हें जानते है –
ICO :
1. Full form of ICO ( initial coin offering ).
2. यह स्पेशल crypto coin market में उपयोग किया जाता है.
3. यहाँ लोगो के द्वारा invest किया जाता है.
4. Profit and loss के हक़दार लोग ही होते है.
5. यहाँ निवेश करने पर coin के रूप में token दिए जाते है.
6. इसमें online exchange पर trading करते है.
7. यहाँ पर निवेश करना लोगो की choice होती है.
8. इसमें crowdfunding के जरिये fund एकत्रित किया जाता है.
9. यह पूरी तरह legal नही होता है.
10. ICO आपको कंपनी में किसी तरह का कोई हिस्सा नही देता है.
11. कंपनी के अन्दर के मामलो में हस्तक्षेप नही कर सकते है केवल token का उपयोग करने का हक़ होता है.
12. ये कंपनिया पूरी तरह नया startup है.
13. इनके पास कोई product ना होकर केवल एक whitepaper होता है जिसमे पूरा plan लिखा होता है.
14. ICO market में product के लाने से पहले किया जाता है.
IPO :
1. Full form of IPO ( initial public offer ).
2. इसे किसी भी business के लिए उपयोग कर सकते है.
3. यहाँ भी लोगो के द्वारा ही invest किया जाता है.
4. यहाँ भी profit और loss के हक़दार लोग ही होते है.
5. इसमें निवेश करने पर कंपनी अपने कुछ share आपको देती.
6. इसे share market में listed कराना होता है.
7. यहाँ निवेश करना लोगो पर depend करता है.
8. इसमें भी crowdfunding से ही फण्ड जुटाया जाता है.
9. यह government की देख – रेख में होता है यह पूरी तरह legal होता है.
10. कंपनी अपना कुछ हिस्सा share के रूप में देती है.
11. आतंरिक मामलो में वोटिंग करने का हक़ दिया जाता है.
12. ये कंपनिया कुछ समय पहले से काम कर रही होती है.
13. इनके पास पहले से ही product होता है.
14. IPO कंपनी की स्थापना के बाद किया जाता है.
Conclusion :
ICO के बारे में आखिरी word यह कि ICO आज के crypto trend को देखकर बहुत तेजी से तो हो रहे है लेकिन इनके फायदे और नुकसान दोनों ही है. आपको proper market research के साथ invest करना चाहिए. बहुत से coin कुछ समय के बाद fail हो जाते है या scam होकर भाग जाते है.
इसलिए आपको एक coin में बहुत ज्यादा निवेश नही करना चाहिए. इनमे long time के लिए निवेश करना फायदेमंद हो सकता है. इसमें crypto trading के नियम follow करके पैसे कमा सकते है.
मुझे उम्मीद है आपको इस जानकारी ICO ( Initial Coin Offering ) Kya Hai. Work Kaise Karta Hai से बहुत कुछ जानने को मिला होगा. यदि आपको यह पोस्ट अच्छी लगी तो comment करके जरुर बताये और हां इसे अपने दोस्तों के साथ social media पर share भी जरुर करे.